ZERO TO ONE | zero to one short summary | zero to one peter thiel summary

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ZERO TO ONE | zero to one short summary | zero to one peter thiel summary

 

ZERO TO ONE by Peter Thiel
Book Summary in Hindi


Peter Thiel एक बार, Stanford University में, एक लेक्चर दे रहे थे। तभी वहां पर बैठा हुआ एक स्टूडेंट, जिसका नाम ब्लैक मास्टर था। वह उस lecture का notes बना रहा था। Lecture खत्म होने के बाद, उसने उस notes को अपने फ्रेंड जोन में शेयर किया। वह notes लोगों को इतना पसंद आया। वो notes बहुत जल्दी पूरे camps में फैल गया।

    इसके बाद Peter Thiel ने Black Master के साथ मिलकर, एक book लिखी। जिसका नाम Zero to One है। यह बुक business के point of view से सबसे बेस्ट बुक में से एक है। यह बुक एक step by step गाइड है। जो आपको बताएगी। अगर आप एक startup करना चाहते हैं। तो उसे कैसे शुरू करें। यह बुक आपको एकदम शुरुआती कदमों से लेकर, आखिरी मंजिल तक पहुंचाने में आपकी help करेगी।

  Peter Thiel एक successful entrepreneur है। Great Businessman हैं। इसी के साथ, एक author भी है। Peter Thiel ने Elon Musk के साथ मिलकर, Paypal शुरू की थी। जो कि आज 100 Million Dollar के valuation वाली Company है। इसके बाद इन्होंने Palantir Technology नाम की कंपनी शुरू की। जो आज अपना IPO launch करने की stage पर है।


     तो हम कह सकते हैं कि हम जिस व्यक्ति से guidance ले रहे हैं। वह वाकई में हमें सही direction देने के लिए, एक बहुत ही काबिल इंसान हैं।

जीरो से वन का तक जाने का मतलब है। कुछ न होने से, कुछ होने तक पहुंचना। यह एक बहुत बड़ी jump है। बल्कि यह 1 से 100 या 1 से 1000 तक पहुंचने से भी बड़ी jump है। जीरो से वन तक जाने का ही magic है। जो आपको darkness खत्म करने में मदद करता है। इस book में पीटर ने technology startup के लिए, अपने अनुभव की बात की है। उन्होंने इस सम्बंध में idea और suggestions भी दिए हैं।








What is ZERO TO ONE ?


Author ने बताया है कि हम अपने business को लेकर दो direction में जा सकते है। पहला direction है। 1 से N की तरफ और दूसरा direction है। 0 से 1 की तरफ। 1 दिखाता है, सब कुछ मौजूद होना। जबकि 0 दिखाता है। कुछ भी मौजूद न होना। मान लीजिए कि मार्केट में पहले से बहुत सी ऐसी कंपनियां हैं। जो cold drinks बनाती हैं। तो यह 1 की स्थिति दर्शाता है। यहां सब कुछ पहले से मौजूद है।


    आपको इस मार्केट में, सब कुछ पता है। Bottle कैसी होनी चाहिए। Cold Drink का test कैसा होना चाहिए। कहां पर यह ज्यादा बिकती है। इसका कितना बड़ा मार्केट है। Factory लगाने के लिए, क्या-क्या चाहिए। ऐसी स्थिति में, अगर आप Cold-Drink बनाने का बिजनेस start कर रहे हैं। तो आप 1 से N की तरफ जा रहे हैं। 


      मतलब कि जो चीज पहले से मार्केट में थी। आप उसी चीज की एक और copy बना रहे है। एक लाइन में अगर कहा जाए। आप कोई ऐसा काम कर रहे है। जिसको कैसे करना है। इसका पूरा knowledge आपके पास है। तो आप 1 से N की तरफ जा रहे है। इसके opposite जीरो से वन की तरफ जाना क्या होगा।


जब आप innovate करके, कोई ऐसी चीज बना रहे हैं। जो पहले से मार्केट में नही थी। तब आप जीरो से वन की तरफ जा रहे है। ऐसी स्थिति में, आपके सामने बहुत-सी unpredictable होंगी। आपको नहीं पता होगा कि यह काम कैसे करना है। क्या यह successful होगा या नहीं होगा। लेकिन एक बहुत बड़ा बिजनेस खड़ा करने के लिए, आपको जीरो से वन ही जाना होगा।





What is Market Monopoly ?



  Peter Thiel ने जब Paypal की शुरुआत की। तो मार्केट में किसी ने सोचा ही नहीं था। कोई ऐसी service बनानी चाहिए। जो पूरी दुनिया में payment system को एकदम easy बना दे। दूसरे लोग इस direction में सोचने में, सक्षम नहीं थे। इसलिए Paypal की आज मार्केट में monopoly है। बिजनेस full speed में तभी grow करता है। जब उसकी मार्केट में monopoly हो।

    आपको अगर economic की थोड़ी-सी भी जानकारी है। तो आपको monopoly और perfect competition का concept पता होगा। Monopoly वह situation होती है। जहां किसी product का मार्केट में, सिर्फ एक ही seller होता है। ऐसी condition में monopolist पूरे मार्केट को control में रख सकता है।

      वही perfect competition वह situation होती है। जहां मार्केट में, एक ही चीज के बहुत से sellers होते हैं। सभी sellers को मार्केट के साथ चलना पड़ता है। कोई अपनी प्राइस बहुत ज्यादा नहीं बढ़ा सकता। क्योंकि customer फिर वही चीज, दूसरे seller से कम दाम में खरीदने चला जाएगा। हमें पढ़ाया जाता है। Monopoly, customer के लिए बहुत नुकसानदायक होती है। 

    क्योंकि customer को monopolist की मुंह मांगी कीमत देनी पड़ती है। Monopoly के कारण, दूसरे छोटे बिजनेस खत्म हो जाते है। वही perfect competition में कीमतें भी control में होती हैं। Profit भी सब बराबर कमाते हैं। स्कूल और कॉलेज में पढ़ाई गई। बाकी बातों की तरह, यह बात भी एकदम गलत है।

      ऐसा क्यों, चलिए समझते हैं। सबसे पहले तो perfect competition कीमतों को गिराता है। इससे businesses का profit कम होता चला जाता है। जब business कम कमाएगा। तो वह अपने employees को भी कम salary देगा। वहीं अगर business कोई competition face नहीं करेगा। तो अपना ध्यान, अपने employees के welfare में भी दे पाएगा। Google इस चीज का, जीता जागता उदाहरण है। 

      Monopoly ऐसे ही नहीं बन जाती। जब कोई बिजनेस superior quality का समान बेचता है। तभी customer दूसरे सस्ते products की जगह, उसके products के लिए ज्यादा कीमत देने को तैयार होते हैं। Apple इस बात का उदाहरण है। ऐसा नहीं है कि मोनोपोली को हटाया नहीं जा सकता। मोनोपोली बनाए रखने के लिए, लगातार अच्छे products बनाते रहने पड़ते हैं।

वरना कोई और छोटा-सा बिजनेस, अच्छे product बनाकर मोनोपोली को हटा सकता है। इसलिए मोनोपोली वैसी नहीं है। जैसी स्कूलों में बताई जाती है। हर बिजनेस को हमेशा, एक मोनोपोली create करने की कोशिश में रहना चाहिए। वो characteristic जो जीरो से वन की तरफ जाने वाले हर business में होते है। अगर आप कोई नया बिजनेस start कर रहे हैं। तो उसमें यह characteristic होने चाहिए।



First Characteristic for New Business
Proprietary Technology



 Proprietary Technology मतलब ऐसी technology जो सिर्फ आपके पास हो। इसका ट्रेडमार्क व कॉपीराइट, सब आपके पास हो। जिससे कोई और उस technology को use न कर पाए। अगर ऐसा होगा। तो आपके competitor आपके product की copy नहीं बना पाएंगे। लेकिन आपकी technology आपके competitor से कम से कम 10 गुना अच्छी होनी चाहिए।

अगर आपकी technology दूसरों से थोड़ी ही अच्छी होगी। तो आपका product भी दूसरों के product से थोड़ा ही better दिखेगा। फिर इसको बेचने में, आपको दिक्कत ही होगी। Example के लिए, हम amazon को देख सकते हैं। Amazon जब start हुई। तब वह किसी भी book store से 10 तो क्या, सैकड़ों गुना ज्यादा बुक offer कर रही थी।



Second Characteristic for 
New Business Network Effect


Network effect वह Phenomena होता है। जिससे कि एक product के जितने ज्यादा users बढ़ते जाते हैं। उतनी ही ज्यादा, उस प्रोडक्ट की value भी बढ़ती जाती है। जैसे कि facebook, जब सबसे पहले आपके किसी friend ने facebook पर ID बनाई होगी। तब उसके लिए, वहां ज्यादा कुछ नहीं होगा। इसलिए उसने अपने बाकी लोगों को भी, facebook चलाने का suggestion दिया होगा।

बाकी लोगों के जुड़ने के बाद, उसका experience और भी better होता गया। अब इस चीज का फायदा यह है। अगर अब कोई दूसरा सोशल नेटवर्क launch होता है। तो वह इतना popular नहीं हो पाएगा। क्योंकि हमारा सारा नेटवर्क, तो facebook पर है। Same इसी कारण से, आप whatsapp चलाना भी नहीं छोड़ सकते।



Third Characteristic for New Business
Economy of Scale



    इसका मतलब है कि आपके business के बड़े होने की कोई limit नहीं होनी चाहिए। अगर आपका business एक limit के बाद, बड़ा होना बंद हो जाएगा। तो आपका profit भी limited हो जाएगा। आपके business में economy of scale ऐसी होनी चाहिए। उसकी fixed cost उतनी ही रहे। लेकिन business scale भी होता रहे।

      इसी चीज के लिए, हमने ebooks का example भी देखा था। एक normal किताबों का publisher किताबों की physical कॉपी छापेगा। जो कि एक limited market में ही available होंगी। अगर उसके किताबों की demand ज्यादा बढ़ती भी है। तो उसको और किताबें छापनी पड़ेगी। जिससे उसकी production cost भी बढ़ती जाएगी।

वही जो publisher ebook सेल करेगा। तब उसकी ebook दुनिया में कहीं भी खरीदी जा सकेगी। ज्यादा demand होने पर, न कभी उसका stock खत्म होगा। न ही उसे दोबारा से किताबें छापनी पड़ेगी। तो इस type की economy of scale आपको भी, अपने business में रखनी चाहिए।



Fourth Characteristic for New Business
Branding


आपके business का एक brand होना बहुत जरूरी है। क्योंकि लोग अपने आपको brand image से जोड़कर देखते हैं। फिर जो brand उनकी personality से match करती है। वह उस brand के loyal customer बन जाते हैं। Example के लिए, हम fastrack को ले सकते हैं। TITAN वैसे तो हर age group के लोगों के लिए products बनाती है।

  लेकिन उसने fastrack की positioning कुछ ऐसे की है। वह brand पूरे तरीके से, youngsters के लिए बनी हुई दिखती है। इसलिए कॉलेज स्टूडेंट्स fastrack के products ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। लेकिन brand build करने से पहले, आपको अच्छा product बनाना जरूरी है। अगर आपका product खराब होगा। तो कितना भी पैसा आप marketing में खर्च कर दो। इसका फायदा आपको नहीं मिलेगा।

Micromax ने X-Men के हीरो Hugh Jackman को अपना brand ambassador बनाया था। लेकिन बिना अच्छे products के कंपनी, केवल Hugh Jackman के सहारे कुछ नहीं कर पाई।



The Secret for Zero to One



 Zero se One की तरफ जाने के लिए, आपको कुछ secrets  पता करने है। क्योंकि जीरो से वन की तरफ जाने के लिए, आप कुछ नया तैयार कर रहे होते हैं। आप जो बना रहे हैं या लेकर आ रहे हैं। वह इस दुनिया में exist ही नहीं करता। क्योंकि अभी तक उसे दुनिया में, किसी ने बनाया ही नहीं है। किसी ने अभी तक उसे इसलिए नहीं बनाया। क्योंकि किसी को उसके बारे में पता ही नहीं है। जो बात किसी को पता न हो। वह secret होती है।

    इसलिए आप जो ढूंढ रहे हैं। वह एक secret है। आपका काम है। उस secret को पता करना। जैसे कि airbnb के आने से पहले। होटल बिजनेस कई सदियों से चले आ रहे थे। लेकिन इतने सालों के बाद भी, किसी को यह पता नहीं था। अगर travellers को कम कीमत पर, किसी अनजान व्यक्ति के घर पर भी रहने का मौका मिले। तो वह होटल की जगह, उस घर में रहना पसंद करेगा।

Hotels पर Hotels खोलने वाले लोगों के दिमाग में भी, यह बात नहीं आई। शहरों के कितने सारे घरों में, मेहमानों के रुकने की जगह तो होती है। तब वही जगह tourist लोगों के रुकने के लिए, क्यों नहीं इस्तेमाल की जा सकती। लेकिन airbnb का secret इस demand और supply पर चला गया। अब वह बिना कोई होटल खोलें। पूरी दुनिया में, tourists को local जनता के घरों मे रुकवाकर। अपना business चला रहे हैं।



Foundation of The Company


  Company ऐसे इंसान के साथ start करें।  जिसे आप पहले से जानते हो। जिससे आपकी अच्छी बनती हो।  वरना छोटी-छोटी कहा-सुनी के कारण आपकी कंपनी बर्बाद हो जाएगी। Company की ownership, positioning और control में कोई confusion न होने दें। यह बात हमेशा clear रखें। Company का legal owner कौन है। रोज के operation कौन संभालेगा। कंपनी के बाकी, बाहरी affair कौन देखेगा।

     ऐसा करने से भी आगे झगड़े होने के chances कम होंगे। हमेशा full time employees को ही higher करें। Part time job करने वाले लोगों से, आपकी कंपनी की progress से कोई फायदा नहीं होगा। इसलिए उनके objective भी आपकी कंपनी को आगे बढ़ाने के लिए नहीं होंगे। कंपनी के founder या CEO को बहुत ज्यादा salary नही allot करनी चाहिए। 

       अगर salary बहुत ज्यादा होगी। तो कंपनी के initial time में कंपनी का cash salary देने में ही चला जाएगा। अगर कंपनी का CEO खुद को ही ज्यादा salary दे रहा है। उससे यह दिखाई देता है। उसका interest कंपनी को आगे बढ़ाने में कम और पैसे कमाने में ज्यादा है। अगर कंपनी के initial employees को आप salary के साथ equity भी allot कर रहे हैं। किसको कितनी equity मिल रही है। यह बात हमेशा confidential होनी चाहिए।

अगर employees को एक-दूसरे की equity के बारे में पता होगा। तो उनमें अपनी job को लेकर dissatisfaction आ सकता है। किसी भी employee को अगर यह लगेगा। उससे कम talented employee को उससे ज्यादा equity मिली है। या तो वह जॉब छोड़ने का सोचेगा। या फिर पूरी ईमानदारी से काम करना बंद कर देगा। यह सभी points कंपनी के strong foundation के लिए author ने बताएं हैं।



Company Marketing


  इसमें हम देखेंगे कि किस situation में किस type की marketing करनी चाहिए। Marketing करने के लिए, आपके पास यह कुछ options हैं।

Complex Sales तब होगी। जब आपकी deals लाखों और करोड़ों में हो। अगर आपका product ऐसा है। जिसकी कीमत बहुत ज्यादा हो। उसके sales की process भी बहुत लंबी है। तो आप Complex sales में deal कर रहे हैं। ऐसी situation में, जो भी खरीददार होगा। वह सीधे कंपनी से बात करना चाहेगा। किसी salesman से नहीं। अगर आप ऐसी कंपनी के मालिक हैं। तो आपको customer से deal करनी पड़ेगी।

Personal Sales वो होती है। जिसमें salesman ही client ढूंढता भी है और उनसे deal भी करता है। Salesman तब appoint किया जाता है। जब आपकी कंपनी थोड़े मांगे products बेच रही है। Insurance और Finance की कंपनी में सेल्समैन इसीलिए allot होते हैं। क्योंकि इनकी value तो ज्यादा होती है। लेकिन बहुत ज्यादा नहीं होती।

Advertisement तब की जाती है। जब product बहुत low price की हो। जैसे की grocery और cosmetic items की हम केवल advertisement देखते हैं। इनको बेचने के लिए, हमारे पास कभी salesman नहीं आता। Advertisement के माध्यम से, कम पैसों में बहुत सारे लोगों तक, हमारे product की awareness पहुंच जाती है।

Viral Marketing तब होती है। जब product की core functionality उसके users को, अपने friends और family members को invite करने के लिए encourage करती है। यह मार्केटिंग सबसे सस्ती और सबसे ज्यादा तेज होती है। अगर users को join करने और invite करने की process एकदम easy होगी। तो आपके products की viral marketing होने के chance सबसे ज्यादा बढ़ जाएंगे। Invite & Earn वाले apps अपनी viral marketing ही करते है।



Seven Questions Before Starting A Company



 अगर आप अपनी कंपनी start करने की सोच रहे हैं। तो पहले आप अपने आपसे, यह 7 सवाल पूछिए। जो हमें author ने बताएं है।

1. क्या आप एक ऐसा प्रोडक्ट लेकर आ रहे हैं। जो बाकियों से कई गुना बेहतर है।

2. क्या यह आपके बिजनेस को start करने का सही समय है। कहीं आप समय से बहुत पीछे या आगे तो नहीं चल रहे है।

3. छोटे से मार्केट में ही सही। क्या आप monopoly create कर रहे हैं।

4. क्या आपके साथ जो टीम है उसमें सही लोग हैं।

5. क्या आपके पास product को manufacture व distribute  करने का सही plan है।

6. क्या आपका बिज़नेस आगे आने वाले 10-20 साल तक अपनी position पर बना रहेगा।

7. क्या आपने ऐसा secret ढूंढ लिया है। जिस पर अभी तक किसी की नजर नहीं गई।






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