आज के युवा क्यों बिगड़ते जा रहे हैं?why today's youth so negative

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आज के युवा क्यों बिगड़ते जा रहे हैं?why today's youth so negative

 हमारे देश के नए कंडीशन के लोग इतनी तेजी से नेगेटिविटी की ओर बढ़ रहे हैं उन्हें जो करना चाहिए उसके बजाएं कुछ और कर रहे हैं, उन्हें जो सीखना चाहिए उसकी वजह वह सीख रहे हैं जो हमें नहीं सीखना चाहिए|

हमारे इस  ब्लॉग में अधिकतर ऑडियंस 16-30 की उम्र के है | और मैं भी इन्हीं उम्र  के बीच मे आता हु तो समझ सकता हु मुझे भी दुख होता है जब मेरे साथ के लोगों को गलत डायरेक्शन(direction ) मे जाते देखता हु |

जब उनकी आयु कुछ सीखने की है ऐसे में भी काम कर रहे हैं जो उन्हें नहीं करना चाहिए| क्योंकि 18 से 25 की उम्र ही वह उम्र है जहां युवा खुद को स्टेबल बना सकता है नई चीजें ट्राई कर सकता है और ऐसे में अगर वे  गलत चीज ट्राई करने लगेंगे तो उनका फ्यूचर क्या होगा? देश का फ्यूचर क्या होगा?

" हम जैसे सुनते, हैं देखते हैं, सोचते हैं वैसा  हम बन जाते हैं|"






लोगों के अंदर नेगेटिविटी फैलाने के लिए सबसे ज़्यादा  जिम्मेदार है मीडिया इंडस्ट्री, टीवी, न्यूज़, सोशल मीडिया, जहां हमें नेगेटिबीटी भारी चीज  जैसे नशाखोरी ,चोरी डकैती, गाली गलौज ,हत्या ,बलात्कार यह सब इतने जोरो शोरों से  प्रचार किया जाता है जो हमारे सबकॉन्शियस माइंड को शॉर्ट टर्म तो नहीं लेकिन लॉन्ग टर्म में बहुत ज्यादा प्रभावित करता है|

आजकल के बच्चे, युवा ऐसे लोगों की संगत में रहते हैं, ऐसे लोगों को फॉलो करते हैं, ऐसे कंटेंट देखते हैं,सुनते है जिसे  कभी नहीं करना चाहिए| जो हमे  कुछ सीखाते नहीं है, बल्कि बिगढाते हैं| इतना ज्यादा नेगेटिविटी से जुड़ते हैं इतने ज्यादा  नेगेटिव व्यक्ति बनते जाते हैं|


आजकल के लोग, जनरेशन पुष्पा भाउ  जैसे गुंडे, अपराधी को फॉलो करते हैं उनकी memes बनाते हैं, Reels बनाते हैं ,वीडियोस बनाते हैं, उनकी नकल करते हैं,उन्हे प्रमोट करते हैं|वे कभी महान लोगों को सुभाष चंद्र बोस, विवेकानंद, अंबेडकर, अब्दुल कलाम, जैसे लोगों को फॉलो नहीं करते,उनकी रील्स नहीं बनाते ,उनकी नकल नहीं करते , प्रमोत  नहीं कहते जितना कि वे इन नेगेटिव लोगों का करते है | 

होना तो यह चाहिए ना कि हमें अच्छे लोगों को आगे लेकर आना चाहिए ,उनका प्रचार करना चाहिए ,बढ़ावा देना चाहिए, इनको फॉलो करना चाहिए|क्योंकि 

"जैसे हमारा इनपुट होता है वैसा हमारा आउटपुट होता है, जैसे हम सीखते हैं वैसा हम ऐक्ट  करते हैं"


हो सकता है कि आपके नेगेटिव पोस्ट से, नेगेटिव लोगों को फॉलो करने से, उनकी नकल करने से आपकी इंस्टाग्राम में ,आपके शॉर्ट वीडियोस प्लेटफार्म मे ज्यादा व्यूज मिल जाए, आपके ज्यादा फॉलोवर्स हो जाएं|शॉर्ट टर्म तो आपका फायदा हो सकता है लेकिन Long टर्म मे  आप खुद को दिमाग से अपाहिज बना रहे हो|

" हमारा फ्यूचर इस पर डिपेंड करता है कि अभी हम क्या कर रहे हैं"

लेकिन इससे मेरा मतलब यह नहीं है कि आप पूरी तरह से सोशल मीडिया यूज करना बंद कर दो, टीवी देखना बंद कर दो ,न्यूज़ देखना बंद कर दो ,बल्कि मेरा मतलब यह है कि आप अच्छे लोगों को फॉलो करो , अच्छे लोगों के साथ जुड़े| आपको सोशल मीडिया में कई तरह के लोग कई तरह के Contents देखने को मिल जाएंगे आप जैसे लोगों को जैसे Contents को फॉलो करेंगे आप वैसा बनते चले जाएंगे|और वैसा फ्यूचर होगा |


महात्मा गांधी कहते हैं कि :-

"मनुष्य अपने विचारों से बना होता है वह जैसा सोचता है वैसा ही बन जाता है"


आशा करता हूं कि आपको हमारा लेख देश को बर्बाद कर रही है यह आदत इसे आज ही छोड़ दो| पसंद आया होगा तो ऐसे ही लिख के साथ बने रहिए हमारे साथ| और इस लेख को अपने दोस्तों, फैमिली के साथ शेयर जरूर कीजिए जिससे कि उनको भी इस महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में पता लग सके| मिलते हैं ऐसे ही नई जानकारी के साथ जय हिंद वंदे मातरम| और ऐसी जानकारी के लिए आप हमारे फेसबुक पेज से भी जुड़ सकते हैं|




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